
नई दिल्ली। अपने ही देश में खुद को नस्ली भेदभाव का शिकार बताकर हंगामा खड़ा कर देने वाले मिजोरम के मुख्यमंत्री पी. ललथनहवला अपने बयान से पलट गए हैं। उन्होंने अब कहा है कि मैंने भारत में अपने साथ नस्ली भेदभाव होने की शिकायत कभी नहीं की।
एक सेमिनार में भाग लेने सिंगापुर गए ललथनहवला ने गुरुवार को वहां यह कहकर सभी को चौंका दिया था कि भारत में नस्लवाद व्याप्त है और मैं खुद इसका शिकार हूं। उनके इस बयान की देश में काफी आलोचना हुई थी। ललथनहवला ने शुक्रवार को कहा कि मीडिया ने मेरी बात को गलत तरीके से पेश किया।
मिजोरम राज्य सरकार के आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने वहां भारत को बहुसंस्कृति और भिन्न परंपराओं वाला देश बताया। उनका कहना था कि भारत में अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न शारीरिक बनावट व चेहरे-मोहरे के कारण कई बार गलतफहमियां हो जाती हैं। बयान में कहा गया है, 'ललथनहवला ने यह कभी नहीं कहा या संकेत नहीं दिए कि भारत के लोग नस्ली हैं और वह खुद इसके शिकार हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनकी बातों को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया और उसके उल्टे अर्थ निकाले गए।'

kamal ho gya.narayan narayan
ReplyDeleteहिंदी भाषा को इन्टरनेट जगत मे लोकप्रिय करने के लिए आपका साधुवाद |
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